Tuesday, May 10, 2011

23 करोड़ की आबादी में कहां है भाजपा?

चार  राज्यों असम, पश्चिम  बंगाल,तमिलनाडु और केरल और एक केंद्र शासित  प्रदेश पुडुचेरी में विधानसभा चुनाव सम्पन्न हो चुके हैं.
चुनाव परिणाम 13 मई   को घोषित किए जाएंगें.

असम में कांग्रेस 2001 से सत्ता  में हैं तो केरल में वाम लोकतान्त्रिक मोर्चा 2006 से सत्ता में है. तमिलनाडु में द्रमुक और कांग्रेस की गटबंधन  सरकार 2006 से शासन में है. वही पुडुचेरी में कांग्रेस की सरकार है.

इन सभी राज्यों में अपने को राष्ट्रीय  पार्टी कहने वाली भाजपा कहीं भी नहीं है. केरल तमिलनाडु और पुडुचेरी में तो भाजपा का एक भी विधायक नहीं है.असम में पार्टी के 126 सदस्यीय विधानमंडल में मात्र 10 विधायक हैं.

अगर जनसंख्या की बात की जाए तो इन राज्यों की  जनसंख्या करीब 23 करोड़ है. इतनी बड़ी आबादी के बीच भाजपा की पहुंच न के बराबर है.

वोट  शेयर की बात की जाए तो पुडुचेरी में बीजेपी  का वोट शेयर महज 3.35 प्रतिशत है.असम में 10.88 फीसदी,केरल में 4.83 फीसदी,तमिलनाडु में 2.02 फीसदी और बंगाल में 1.93 फीसदी.


बीजेपी को अस्तित्व में आए 31 साल होने को है.लेकिन फिर  भी वो अब तक इन दक्षिण राज्यों में अपनी उपस्थति दर्ज नहीं करा पाई है.

बीजेपी का शुरू से मुख्य ध्यान हिंदी भाषी राज्यों में रहा है. जहां वह अपने हिंदुत्व एजेंडे के साथ ज्यादा सहज महसूस करती है. अगर बीजेपी के शुरूआती दिनों की बात की जाए तो बीजेपी के राम मंदिर अभियान के बाद बीजेपी  सबसे ज्यादा फायदा हिंदी  बहुल राज्यों उत्तरप्रदेश बिहार,राजस्थान मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में हुआ था. भाजपा का ध्यान भी शुरू से इन राज्यों पर ही रहा है.  


इस बार के चुनाव में  में बीजेपी अपने वर्त्तमान स्तर में कोई बहुत बड़ा परिवर्तन कर पाए इसकी सम्भावना बहुत कम है. इसका कारण है बीजेपी की इन राज्यों में चुनाव पूर्व कोई तैयारी  का न होना है.

वैसे बीजेपी ने इस बार इन सभी राज्यों में काफी जोर लगाया है.अब देखना यह होगा की इस राज्यों की जनता बीजेपी को अपनाती है या पांच साल और रुकने का जनादेश देती है.